बिखर जाऊँ ऐसे जैसे हो...


Like us on FB


बिखर जाऊँ ऐसे,

जैसे हो रंग गुलाल का। 

Bikhar Jaun Aise,

Jaise Ho Rang Gulal Ka...




भूलना तो हम भी चाहते है,

गर चाहते पूरी हो। 

Bhulna To Ham Bhi Chahte Hai,

Gar Chahte Puri Ho.


Comments

Popular posts from this blog

ख्वाहिश नहीं मुझे मशहूर होने की

मंजिल से आगे बढ़ कर मंजिल तलाश कर !!

कभी शाम ढले.. तो मेरे दिल में आ जाना!!