दिल को जला दिया.. .
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उसकी हमने बेवफ़ाई का कुछ ऐसा सिला दिया।
हर नई सितम पे उसको नजरो से और गिर दिया...
हर नई सितम पे उसको नजरो से और गिर दिया...
वो सोचता होगा की वो अब भी मेरा खुदा है।
उसे क्या खबर उसे कबका मैंने भुला दिया...
उसे क्या खबर उसे कबका मैंने भुला दिया...
मेरे मासूम से इस दिल के लिए इतना आसान तो नही था..
दिल में ही रखकर उसे जिन्दा दिल को जला दिया...
जिससे चाहा था बिखरने से बचा ले मुझको,
कर गया तेज हवाओं के हवाले मुझ को,
मैं वो बुत हूँ कि तेरी याद मुझे पूजती है,
फिर भी डर है ये कहीं तोड़ न डाले मुझको।
दिल में ही रखकर उसे जिन्दा दिल को जला दिया...
कर गया तेज हवाओं के हवाले मुझ को,
मैं वो बुत हूँ कि तेरी याद मुझे पूजती है,
फिर भी डर है ये कहीं तोड़ न डाले मुझको।
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