नर हो निराश करो ना मन को


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नर हो निराश करो ना मन को , बस जीतने का विश्वास रखो,

एक हार से कोई ” फ़क़ीर ” और एक जीत से कोई ” सिकंदर ” नहीं बनता।

nar ho niraash karo na man ko , bas jeetane ka vishvaas rakho, 

ek haar se koee ” faqeer ” aur ek jeet se koee ” sikandar ” nahin banata...


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