चाहत है...


Like us on FB
"चाहत" है किसी "चाहत" को पाने की,

"चाहत" है "चाहत" को आजमाने की।

वो "चाहे हमें" या "ना चाहे" पर मेरे दोस्त,

"चाहत" है उनकी "चाहत" में मिट जाने की।

"Chahat" Hai Kisi "Chahat" Ko Paane Ki,

"Chahat" Hai "Chahat" Ko Azmaane Ki...

Wo "Chahe Hame" Yaa "Naa Chahe"

Par Mere Dost,

"Chahat" Hai Unki "Chahat" Me Mit Jaane Ki...


Comments

Popular posts from this blog

ख्वाहिश नहीं मुझे मशहूर होने की

मंजिल से आगे बढ़ कर मंजिल तलाश कर !!

कभी शाम ढले.. तो मेरे दिल में आ जाना!!